हर घर में है मोदी की चाहत ! हर घर में है मोदी की चाहत !
ताज़गी ऐसी, जैसे पीली धूप निकाल बिखेर दिया हो फूलों में सहर ने अपनी जेब से। उनकी ताजी ताज़गी ऐसी, जैसे पीली धूप निकाल बिखेर दिया हो फूलों में सहर ने अपनी जेब से। ...
कभी कभी जिंदगी कितनी मुश्किल लगती है। कभी कभी जिंदगी कितनी मुश्किल लगती है।
कितनी हसीन अदा है तेरी मेरी ऐ जिंदगी। कितनी हसीन अदा है तेरी मेरी ऐ जिंदगी।
कितनी सुन्दर धरा हमारी बिना स्वार्थ देती हरियाली, मानव सम्भालो अपनी माँ को न खेत बच कितनी सुन्दर धरा हमारी बिना स्वार्थ देती हरियाली, मानव सम्भालो अपनी माँ क...
सहने की क्षमता पत्थर तक। सहने की क्षमता पत्थर तक।