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Komal Tyagi

Others

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मेरी मां

मेरी मां

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माँ तू कितनी प्यारी है,

सारे जग से न्यारी है।

हर दिन मेरे नयन जगे जब ,

चेहरा तू दिखलाती है ।

तिन-२ करके साथ बढ़े तू,

नित नया सिखलाती है।

माँ तू कितनी प्यारी.....

क ख ग से किया शुरू ,

जीवन पाठ पढ़ाया है।

जब-२ दुनिया से घबराई,

तू ही हिम्मत बन कर के आयी है।

माँ तू कितनी प्यारी....

एक रोज जब चुराई मिठाई ,

तूने जो मेरी करी पिटाई ।

मै तो रोई सी रोई,

माँ तेरी आँखे भी भर आयी ।

माँ तू कितनी प्यारी ।

इस सतरंगी जगत के रंग ,

तूने ही समझाये हैं ।

सूने मन के सपनों में ,

आशा के पंख लगाये हैं ।

माँ तू कितनी प्यारी ..................

हर चाहत पर अधिकार रखा ,

ये संभव तेरे दम पर हुआ ।

संघर्ष तेरा जीवन भर का,

मुझे हासिल चम-२ नाम हुआ ।

माँ तू कितनी प्यारी .................

सहने की क्षमता पत्थर तक,

ये तेरी ही तो देन मुझे ।

जब वार करूँ तो दुर्गा मै ,

ये अस्तित्व तेरे ही कारण है।

माँ तू कितनी प्यारी ...................

                       


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