रद्दी पत्र
रद्दी पत्र
खफा थे हमसे तो किसी
और का हाथ थाम लेते
कम से कम हम तुम्हें देख
तो लेते..
हमसे हाथ छुड़ा कर तुम
दुनिया से चले गए
प्यार से भरे ये खत हमारे
पास ही धरे रह गए..
जब तुम्हारा पता था
तब हिम्मत ना जुटा पाए
खत भेजने के लिए..
आज जब कोई पता नहीं तुम्हारा
तो दिल तड़प रहा है
तुम्हें ये सब पढ़ाने के लिए..
सांसों के बिना जैसे इंसान
का कोई वजूद नहीं
पते के बिना इस खत के
कोई मायने नहीं ..
