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Jeevan singh Parihar

Inspirational

5.0  

Jeevan singh Parihar

Inspirational

राही

राही

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बढ़ता चल मुसाफ़िर,

तू बढ़ता चल मुसाफ़िर।


मंज़िल भी मिल ही जाएगी,

तू मेहनत कर मुसाफ़िर।


खीचेंगें पैर तेरे लोग ,

तू जमकर चल मुसाफ़िर।


आएगी ढेरों समस्याएं ,

तू हल निकालता चल।


मत ओझल हो दूसरों की बातों से,

तू अपनी बातें सुन।


बढ़ता चल मुसाफ़िर,

तू बढ़ता चल मुसाफ़िर।



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