प्यारी माँ, मेरी माँ ।
प्यारी माँ, मेरी माँ ।
माँ! ओ माँ,
प्यारी माँ, मेरी माँ ।
ममता की प्रतीक तू,
सोम सी हसीन तू ।
त्याग की मूरत खड़ी,
चाँदनी सी रात तू ।।
भोले की दीवानी तू,
गंगा सी प्यारी तू ।
विश्व की महारानी तू,
प्रेम की कहानी तू ।।
माँ! ओ माँ,
प्यारी माँ, मेरी माँ ।
काली तू, कमला तू,
पूर्ण जगत की शोभा तू ।
महेश तू, सुरेश तू,
ऋतुराज की हरियाली तू ।।
अविनाशी-अद्वित्य तू,
लव-कुश की कहानी तू ।
रामचन्द्र सी कृपालु तू,
सीता सी दयालु तू ।।
माँ! ओ माँ,
प्यारी माँ, मेरी माँ ।
मीरा तू, राधा तू,
हर घर की कहानी तू ।
प्रगति तू, प्रकृति तू,
सत्य की निशानी तू ।।
इच्छा तू, वारि तू,
हर किसी की चाहत तू ।
संगीत तू, रजनीश तू,
मेरे मन की अभिलाषा तू ।।
माँ! ओ माँ,
प्यारी माँ, मेरी माँ ।
हाथ जोड़कर मैं खड़ा,
माँगता तुझसे माफ़ी हूँ ।
हुई मुझसे जो भूल-चूक,
देना क्षमा कर दिल बड़ा ।।
आशीर्वाद -स्नेह -प्यार,
देना मुझको सब अपार ।
बस एक तमन्ना और रही,
करूँ सेवा श्रद्धा-निष्ठा से तेरा ।।
माँ! ओ माँ,
प्यारी माँ, मेरी माँ ।।
