प्यार
प्यार
प्यार दिल की गहराई का
जज्बात प्यार दिल जज्बे
की आवाज़।।
प्यार की सीमाएं नहीं
समाज देश की मर्यादा
मान्यता नहीं प्यार जज्बातों
का ज्वार।।
ना कोई बंधन ना कोई
विचार प्यार सिद्धान्त
प्यार तो हो जाता निःस्वार्थ।।
सोच समझ योजना
प्यार नहीं करता स्वीकार
प्यार तो मस्ती की हस्ती
अल्हण मासूम नादान।।
यदि होता काश कशमकश
संसय प्यार के दुश्मन
चाहत ख्वाब प्यार के यार।।
प्यार में शंका संदेह नहीं
प्यार में स्वयं सिद्ध का कोई
स्थान नहीं प्यार तो विरह वेदना
मिठास।।
प्यार में लूट जाता
मिट जाता फिर भी
दिल मोहब्बत की दौलत
से रहता माला माल।।
प्यार में इश्क जुनून है
प्यार में हुस्न दौलत है
प्यार दीवाना परवाना
की हसरत है।।
पैदा होता जब इंसान
माँ ममता की कोख से
मातृभूमि के आंचल
प्यार परिवरिश परिवार की छाँव।।
भाई बहन का प्यार
बापू के अरमानों का
प्यार दुलार का जीवन
लम्हा लम्हा रीति रिवाज।।
प्यार बिना नीरस जन्म
जीवन नीरस सब व्यर्थ
गोपीयो की शिक्षा भक्ति
प्रेम जगत का सार और कछु
सार नहींं है उद्धव ज्ञान कर्म
का सत्य।।