प्यार की परिभाषा।
प्यार की परिभाषा।
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
प्यार क्या है कोई जानता नहीं,
जिसे हो जाता वो सच्चा वाला।
और पाने की हर मुमकिन कोशिश करता,
पर मरते दम तक हार मानता नहीं।
प्यार करने की कोई सिर्फ चीज नहीं,
प्यार तो वो फीलिंग और एहसास है।
जो हर किसी इंसान से होता नहीं,
जिससे हो जाएं उसे पाएं बिना चैन आता नहीं।
ना होती है खबर हमें और ना जान पाता जमाना,
चुपके-चुपके गुनाह कर जाती है ये कातिल निगाहें,
और दिल बेचारा फिर उनको
पाने की कोशिश तमाम है करता।