पुस्तकें जीना सिखाती हैं
पुस्तकें जीना सिखाती हैं
अंधकारमय जीवन पथ पर जीवन ज्योति जलाती हैं
भले-बुरे का भेद बता कर सही राह दिखाती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
भूत-वर्तमान और भविष्य के राज ये बताती हैं
सारे जहां का ज्ञान निज उर में समाती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
मूक रहकर भी हर सवाल का जवाब बताती हैं
घर बैठे- बैठे सारी दुनिया की सैर कराती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
कबीर-सूर-तुलसी की वाणी ये बताती हैं
गीता-वेद-पुराण की कहानी सुनाती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
धर्म ग्रंथों का सार ये बताती हैं
जनमानस में नई चेतना जगाती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
वैर करो न आपस में तुम
मिलकर रहना सिखलाती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
सुपथ पर हमें चलाती
कुपथ से सदा बचाती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
मीत कोई नहीं इनके जैसा
जीवन भर साथ निभाती हैं
पुस्तकें हमें जीना सिखाती हैं।
