पुकारती मंज़िल
पुकारती मंज़िल
तेरी मंजिलें पुकार रही है तुम्हें
बस तू बढ़ते जा तेरा वक्त बुला रहा है तुम्हें।
बस तू चलते जा तेरा मुकद्दर तेरे कदमों में है
बस तू बढ़ते जा तू रुक मत तू।
झुक मत तेरी मंज़िल है तेरे हाथों में
तू रुक मत तू झुक मत।
तेरी मंजिलें पुकार रही है तुम्हें
बस तू बढ़ते जा तेरा वक्त बुला रहा है तुम्हें।
बस तू चलते जा तेरा मुकद्दर तेरे कदमों में है
बस तू बढ़ते जा तू रुक मत तू।
झुक मत तेरी मंज़िल है तेरे हाथों में
तू रुक मत तू झुक मत।