परिवार पालक
परिवार पालक
मेरे घर के अंदर से,
हर रोज़ एक शेर निकलता है,
दुनिया की आपा धापी में,
सूरज की चिलचिलाती में,
बारिश भी हो तो फिकर नहीं
परिवार का पहिया चलता है,
मेरे घर के अंदर से
हर रोज एक शेर निकलता है।
बाहर वायरस घूम रहा,
लेकिन घर भी तो चलाना है,
स्कूल की फ़ीस में कमी नहीं
महीने का राशन लाना है,
घर की ख़ुशियाँ लाने को
हर रोज़ एक सख़्श निकलता है,
मेरे घर के अंदर से
हर रोज़ एक शेर निकलता है।