प्रेम की खुशबू
प्रेम की खुशबू
पतली कमरिया तेरी बल खाने लगी है
नैनों में भी अजब खुमारी छाने लगी है
जबसे रंगी है मेरी चाहत के रंग में गोरी
तेरे पसीने से भी प्रेम की खुशबू आने लगी है।
पतली कमरिया तेरी बल खाने लगी है
नैनों में भी अजब खुमारी छाने लगी है
जबसे रंगी है मेरी चाहत के रंग में गोरी
तेरे पसीने से भी प्रेम की खुशबू आने लगी है।