प्रेम का इंतज़ार
प्रेम का इंतज़ार
सुनो दिकु......
आज तक किसी ने इतना बेकरार नहीं किया
तुम से हुई बेपनाह मोहब्बत
वरना इस दिल ने किसी को इज़हार नहीं किया
माना कोई शर्त नहीं है हमारे प्यार में
मैने सिर्फ तुम्हें खुश देखने के
अलावा कोई एतबार नहीं किया
बे सहारा हुए
टूटे और बिखर गए हम
पर ये सच है कि
प्रेम ने कभी किसी का इंतज़ार नहीं किया
इतनी शिद्दत से मैंने किसी से प्यार नहीं किया।