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Neha Saxena

Abstract

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Neha Saxena

Abstract

प्राणों से प्रिय प्राणप्रिय

प्राणों से प्रिय प्राणप्रिय

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प्राणों से प्रिय प्राण प्रिय हमारे

जीवन की नैया के रखवाले

सात वचनों से जुड़े डोर हमारे

ईश्वर अनुकम्पा के मतवारे।


चूड़ी की खनक बिंदी है साजे

माथे चमके चाँद सितारे

माँग में मेरे मोती जड़े जैसे

ऐसे हैं मेरे प्राण के प्यारे।


सुख दुःख में साथ निभाते

उलझन कहीं तो सुलझा देते

प्रश्नों का मेरे उत्तर बन जाते

ऐसे हैं मेरे प्राण के प्यारे।


हृदय की झंकार हमारे

स्वासों की माला के रखवाले

मान हमारा अभिमान हमारे

ऐसे हैं मेरे प्राण के प्यारे।।


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