पलछिन
पलछिन
जीवन में एक पलछिन
ही तो होता है
कभी हार कभी जीत
कभी प्यार कभी टकरार
पलछिन ही तो होता है
कहते हैं टकराने वाले
फिर मिलते हैं जब
तो कहते हैं लोग
सुबह का भूला शाम को
जरूर लौट आता है
ये जीवन में एक
पलछिन ही तो है
ये जीवन अनुभवों की
पाठशाला
आज जो है हाला
कल वही तो है
अमृत मधुर कलश वाला
गिरना, फिर उठना,फिर
गिर जाना
पर हर बार गिरना
एक सीख दे जाता है
मगर ...
कहते हैं सुबह का भूला
शाम को लौट आए
तो उसे भूला नहीं कहते
काँटों की चुभन ही
तो फूलों की खुशबू का
एहसास दिलाती है
कभी काट जाती है
तो कभी दर्द ही
हर जाती है
कहते हैं
सुबह का भूला
शाम को आए तो
उसे भूला नहीं कहते
