पिता का हाथ
पिता का हाथ
पिता जी का हाथ, मेरा छत,
समाज, घर, जीवन में कठिनाई,
परेशानी, कष्ट में सुरक्षा कवच।
उंगली पकड़ चलना सिखाया,
हाथ पकड़ लिखना सिखाया,
अनुशासन में जीना सिखाया,
लक्ष्य प्राप्ति को रास्ता सुझाया,
स्नेह, ममत्वशील, कर्मशील,
परिश्रमी, संघर्षशील हाथ,
हर कदम पर आशीर्वाद देते,
थामते, राह दिखाते हाथ,
अनमोल रत्नों से भरा,
जीवन संवारता हाथ,
सबसे मजबूत दृढ़ हाथ,
आओ पिता के हाथों को
थाम स्वयं को मजबूत करें,
और हम फौलादी हो जायें।
पिता जी का हाथ मेरा छत,
हमारा सबसे सुरक्षित छत है।