पी डब्ल्यू डी_वो वाला नहीं!
पी डब्ल्यू डी_वो वाला नहीं!
एक ठिकाना ऐसा भी बदलते
जागरूक साईंसदा दुनिया का।
मेरा पी डब्ल्यू डी जीवन था _विभागीय
लोक निर्माण वाला॥
ये इनका पी डब्ल्यू डी
परसन्स विद डिसएबिलिटीज
का है छोटा ही ,
कितना खुद्दार हिम्मती और जज़्बाती ।
वो लंगड़े लूले बहरे टोंटे होते थे तब..
जब हम छोटे बच्चे थे ।
आज़ाद हुए भारत के॥
आज के ये सब
जब हम बुढ्डे से हैं
ये सब जीते कमाते आत्मनिर्भर हैं
हमी के सहायक बने॥
मिसालन,
शिक्षा_ रौशनी नहीं पर सीनीयर एनालिस्ट,
प्रियंका_अचलीय पर मैनेजर डिजिटल,
सैन्टा_रीड से कमजोर परएसोसियेट वी पी,
जहल मुहम्मद _कान का साथ नहीं पर एनालिटिक्स
प्रीति_ चीफ एक्सैसिबिलिटी आफ़िसर॥
ये एक था दिन 3 दिसम्बर
अन्तर्राष्ट्रीय पी डब्ल्यू डी डे
हम सामान्य समर्पित हों, गर्व करें
इन सब अपनों पर
सोचें भी ना कि
ये अलग हैं हमसे॥
सरकार समाज हम
मानव के हर रूप को सँवारे अपनायें
विकृतियों के बीच भी॥
They script their
Own Destiny!