फरियाद
फरियाद


आज मुझे जी भर कर निहार
लेने दो वीर जी...
न जाने कहाँ चला गया बचपन याद कर
लेने दो वीर जी...
वो अठखेलियाँ, शरारतें महसूस कर
लेने दो वीर जी...
यह सारे उपहार नहीं चाहिए मुझे...
बस अपने दिल में हमेशा रखना मुझे...
इस पवित्र रिश्ते का हम रखे हमेशा मान...
कभी भी ना आए बीच में कोई आन...
हमारी परछाइयाँ गर न दे साथ...
अपना मत हटाना पर ये हाथ...