बाल मनोविज्ञान, एक ऐसी पहेल, ज़िसे बुझाना, जी का जंजाल। बाल मनोविज्ञान, एक ऐसी पहेल, ज़िसे बुझाना, जी का जंजाल।
अब ना करूँ हठ ना करूँ मनुहार पड़ बौछार हुई तृप्त हृदय की पुकार। अब ना करूँ हठ ना करूँ मनुहार पड़ बौछार हुई तृप्त हृदय की पुकार।
जरुरी नहीं ख्वाब, मिलते रहे मंजिल में होने, कई काम है। जरुरी नहीं ख्वाब, मिलते रहे मंजिल में होने, कई काम है।
स्त्री तू नहीं है मानव तुझे मानव नहीं माना जा सकता हम हमारा समाज तुझे दे रहा है स्त्री तू नहीं है मानव तुझे मानव नहीं माना जा सकता हम हमारा समाज तुझ...
धरा फोड़ जैसे अंकुर निकलता व्यक्तित्त्व ज्ञान से निखरता हो। धरा फोड़ जैसे अंकुर निकलता व्यक्तित्त्व ज्ञान से निखरता हो।
नैन अपने भी हठीले से हैं हर घड़ी उन में डटे रहते हैं। नैन अपने भी हठीले से हैं हर घड़ी उन में डटे रहते हैं।