बस एक बार फिर दस्तक दूँ मन के द्वार पर खुल जाएँ कपाट मन के बस एक बार फिर दस्तक दूँ मन के द्वार पर खुल जाएँ कपाट मन के
इन सपनों की बारात लेकर मिलते हो तुम मुझसे। इन सपनों की बारात लेकर मिलते हो तुम मुझसे।
बंदे तू क्यों है अब पड़ा ? चल उठ खड़ा हो फिर से, देख नया सूरज है निकला। बंदे तू क्यों है अब पड़ा ? चल उठ खड़ा हो फिर से, देख नया सूरज है निकला।
जिंदगी का सबसे प्यारा और न्यारा उपहार है दोस्ती ! जिंदगी का सबसे प्यारा और न्यारा उपहार है दोस्ती !
बहती हुई हवा तन को छूकर गुजरती ऐसे उनकी उंगलियाँ अठखेलियाँ करती है जैसे बहती हुई हवा तन को छूकर गुजरती ऐसे उनकी उंगलियाँ अठखेलियाँ करती है जैसे
मैं जब बड़ा हो जाऊँगा आपकी , यादों के चश्मे से अपना बचपन देखूँगा ! मैं जब बड़ा हो जाऊँगा आपकी , यादों के चश्मे से अपना बचपन देखूँगा !