पहली मुलाकात
पहली मुलाकात
पहली मुलाकात हुई, पहला था दीदार,
दिल दे बैठे उसको, बढ़ गया फिर प्यार।
देख जमाना हँसता, बातें कर रहे हजार,
सोच रहा कहीं प्यार, बन गया व्यापार।।
पहली मुलाकात में लगा, है बड़ा विद्वान,
कहीं सभा में जाता हूं, बढ़ जाती है शान।
आज तलक जन जानते, कितना मैं अज्ञान,
कितने ही जन घूमते, होते बड़े ही महान।।
पहली मुलाकात हुई, मन को मिला आराम,
सोचा अपने दिल से, बन जाएगा मेरा काम।
कितने दिनों से घूमता रहा, रहा बड़ा परेशान,
आखिर आशा किरण मिली, बढ़ गई शान।।
पहली मुलाकात हुई, सोचा फिर मिलूगा,
आपस में यूं दिल मिले, फूल सा खिलूंगा।
पर अफसोस नहीं हुआ, मिलन यूं हमारा,
इस जन्म में न मिल पाया लूं जन्म दुबारा।।