पहली दफा
पहली दफा
पहली दफा जब तुम मिले थे,
फूल ही फूल बगिया में खिले थे।
तेरी मुस्कुराहट मेरी वजह थी,
तुमसे ही छुप छुप तुमको मिले थे।
पहली दफा जब तुमको था थामा,
इन हाथों में तुम्हारा था साया।
फिर जिस तरह तुम हम से लड़े थे,
तुम्हारी उसी अदा पर हम फिदा थे।
पहली दफा की हर याद है ताज़ा,
गुलाबी आँचल और फूलों का राजा।
सुंदरता के जो मोती सजे थे,
उन्हीं को देख कर ही तो बहके थे।

