पहल... एक प्रेरणा
पहल... एक प्रेरणा
जीवन के,
उच्च आदर्शों को पा जाऊं।
मैं लिखूं जिंदगी
और जिंदगी हो जाऊं।
दर्द को,
दूं शब्द,
और मरहम हो जाऊं।
साथ शब्दों के हंसू,
खुशी की,
एक खबर हो जाऊं।
जीवन के ,
उच्च आदर्शों को पा जाऊं।
एक ऐसी,
मंजिल पे चलूं,
क्षितिज हो जाऊं।
जीवन को,
व्योम-सा कर,
आनंद स्वरूप से मिल आऊं।
जहां मैं-मैं
का प्रश्न ना हो।
तेरा-तेरा हो कर,
तुम्ही में मिल जाऊं।