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Amit Srivastava

Inspirational Children

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Amit Srivastava

Inspirational Children

पापा...

पापा...

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200

एक थके हुए से दिन के बाद 

किसी उजली शाम से लगते हो 

तुम हर रोज घर के दरवाजे पे 

जब किसी दस्तक जैसे मिलते हो 

पापा, जब तुम जल्दी घर आ ज़ाते हो ..


कुछ लम्हो में ही जैसे तुम 

एक पूरा जीवन ज़ी ज़ाते हो 

कितनी भी हो मुशकिल बस 

कुछ पल में आसां कर देते हो 

पापा, जब तुम घर जल्दी आ जाते हो 


सब कुछ हमको देने के लिए तुम 

रोज खुद से थोड़ा कम कर देते हो 

मगर उस थोडे में भी तुम हमको 

एक पूरा जहां सा लगते हो 

पापा, जब तुम जल्दी घर आ ज़ाते 


एक थके हुए से दिन के बाद 

किसी उजली सुबह से लगते हो 'तुम'

पापा ..



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