me Basant
Classics
पाप
का घड़ा
पहले भरता था।
फूटता भी था
मगर अब
वैज्ञानिक युग है।
घड़ा
स्ट्रेचेबल हो गया है
जितना
भरना चाहो।
भरते रहो
वह
फूटेगा नहीं
हत्यारे
नदी की आत्म...
बैल को हमने
हे सखी
एक और एक ग...
पत्र जो लिख...
कौन हो तुम
प्यार
डस्टबिन
पाप का घड़ा
नयनों के नीर से मैंने हर छंद लिखा। नयनों के नीर से मैंने हर छंद लिखा।
एक स्त्री हमेशा छुपाती है अपनी इच्छा अपनी तकलीफ। एक स्त्री हमेशा छुपाती है अपनी इच्छा अपनी तकलीफ।
परमार्थ में ही अपना जीवन चरितार्थ करो। काशी का जुलाहा ! मैं वही कबीर हूँ। परमार्थ में ही अपना जीवन चरितार्थ करो। काशी का जुलाहा ! मैं वही कबीर हूँ।
मृत्यु एक मजबूरी है जाने वाले कब ले जाते साथ यादें अपनी। मृत्यु एक मजबूरी है जाने वाले कब ले जाते साथ यादें अपनी।
प्यार की गाड़ी चलती, कई दिलों को खलती।। प्यार की गाड़ी चलती, कई दिलों को खलती।।
मानव फिर मानव नहीं रहता रंगीले ख्वाबों का गुलाम मानवता का घाती बन जाता आत्मा का व्या मानव फिर मानव नहीं रहता रंगीले ख्वाबों का गुलाम मानवता का घाती बन जाता ...
कह रही हो जैसे खुशियां बटोर ले जरा आओ ये पल ये लम्हें "आज" जी लें जरा। कह रही हो जैसे खुशियां बटोर ले जरा आओ ये पल ये लम्हें "आज" जी लें जरा।
इस तरह से इस जीवन रूपी दिवस का अवसान हो। इस तरह से इस जीवन रूपी दिवस का अवसान हो।
हर कदम पर साथ निभाने का खुद से खुद के लिए वादा किया उसने। हर कदम पर साथ निभाने का खुद से खुद के लिए वादा किया उसने।
उर की खिड़कियां खोल दो और बसने दो पूरे शहर सा खुद में। उर की खिड़कियां खोल दो और बसने दो पूरे शहर सा खुद में।
सांवरे की खोज में मीरा हुई दीवानी, गली गली भटके है महलों की थी रानी। सांवरे की खोज में मीरा हुई दीवानी, गली गली भटके है महलों की थी रानी।
मुझसे मेरे झूठे रिश्ते जिंदगी भर को रूठे हैं मुझसे मेरे झूठे रिश्ते जिंदगी भर को रूठे हैं
तब ही सदाबहार वृक्षों की शाखाओं पर हरे लगे पत्तों से हम सजे हुये लगते रहेंगे। तब ही सदाबहार वृक्षों की शाखाओं पर हरे लगे पत्तों से हम सजे हुये लगते रहेंग...
पैरों की थिरकन आंखों की अदा से दुनिया जीती और जीता सबका दिल पैरों की थिरकन आंखों की अदा से दुनिया जीती और जीता सबका दिल
देश की उन्नति और विकास होता रहे, वादा रहा मेरा तन मन से सहयोग दूंगा, देश की उन्नति और विकास होता रहे, वादा रहा मेरा तन मन से सहयोग दूंगा,
ऐ साल आमद पे तेरी अब, हर लब दुआ आने को है।। ऐ साल आमद पे तेरी अब, हर लब दुआ आने को है।।
एक हंसती खेलती ' कैद ' चिड़िया आज उड़ते ही मुरझा सी गई ना जाने "क्यूं"..?? एक हंसती खेलती ' कैद ' चिड़िया आज उड़ते ही मुरझा सी गई ना जाने "क्यूं"..??
जग के पालक नारायण भगवान धरा रूप अलग ही. जग के पालक नारायण भगवान धरा रूप अलग ही.
जब तू है पूर्णता से रुक्मणी का... तो राधा से क्यों जुड़ा है...!!! जब तू है पूर्णता से रुक्मणी का... तो राधा से क्यों जुड़ा है...!!!
अकेला रहना भी जरूरी है रिश्तों से चौराहों पर भटकना भी जरूरी है अकेला रहना भी जरूरी है रिश्तों से चौराहों पर भटकना भी जरूरी है