STORYMIRROR

bhandari lokesh

Romance

4  

bhandari lokesh

Romance

पागल लड़की ~5

पागल लड़की ~5

1 min
264

वो पागल लड़की कहती है

मैं उससे प्यार नहीं करता

अब समझाऊं तो क्या उसको

कुछ कहने से भी दिल डरता

मैं उससे प्यार नहीं करता

है हर पल दिल में बात यही

मगर ख़बर यहां की जानो तो

है धड़कन की आवाज़ वही

क्या अब भी मुझको कहना है

कि मैं इंतजार नहीं करता

वो पागल लड़की कहती है

मैं उससे प्यार नहीं करता

यूँ तो है प्यार बहुत उसको

हर पल खोने से डरती है

लैला विरहन की रातों में,

मजनू से दूर तड़पती है

ना कभी कहा उसने ज़ाना को

ज़ाना इज़हार नहीं करता

वो पागल लड़की कहती है

मैं उससे प्यार नहीं करता!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance