तुम्हारी आँखों का वादा
तुम्हारी आँखों का वादा
एक बेचैन रात की खामोशी में,
तुम्हारे नर्म प्रकाश में अपनी दुनिया पाई।
एक चिंगारी, एक लौ, एक सच्चा सहारा,
हर सपना जो देखा, वह तुमसे शुरू होता है।
तुम्हारी हंसी सुबह की हवा पर थिरकती है,
एक मधुर धुन जो मेरे दिल को सुकून देती है।
हर छुअन के साथ सितारे सजा देते हैं राह,
जहाँ हमारी आत्माएँ जुड़ती हैं वहां।
प्रचंड तूफानों और रोते आसमान के बीच,
मैं वादा करता हूँ, तुम्हें थामे रहूँगा, सहेजूँगा।
क्योंकि तुम्हारी आँखों में चमकता है अनंत,
एक ऐसा प्यार जो हर पल खिलता है।
शब्द नहीं कह सकते जो मेरा दिल बयां करता है,
लेकिन तुम्हारी बाँहों में बिताऊँगा अपना जीवन।
प्यार, प्रिय, बस यही है—
तुम्हारे अंतहीन चुंबन में जीवन पूर्ण है।

