तुम और मैं
तुम और मैं
तुम्हारी आँखों में जो प्यार झलकता है,
वो मेरे दिल के हर कोने में चमकता है।
तुम्हारी हँसी की हल्की सी धुन,
मेरी सांसों में घुली मीठी सुगंध बन।
जब तुम पास होती हो तो लगता है यूँ,
जैसे दुनिया में कुछ भी नहीं मेरे काबू।
बस तुम हो, तुम्हारी बातें हैं,
और मेरे दिल की धड़कनें तेरे साथ हैं।
तुम्हारे बिना यह जीवन अधूरा सा लगता,
जैसे बिना चाँदनी के चाँद सूना सा लगता।
तुम साथ हो तो हर दिन खास है,
वरना हर लम्हा बस एक एहसास है।
तेरी बांहों में जो सुकून मिलता है,
वो कहीं और नहीं, बस तुझमें मिलता है।
जैसे दरिया का किनारा उसकी पनाह हो,
वैसे ही मेरा हर दर्द तेरी बांहों में तबाह हो।
हम साथ चलें यूँ ही उम्र भर,
चाहे मौसम बदलें, चाहे आए कोई भँवर।
तू मेरा सहारा, मैं तेरा पथ,
इस प्रेम की राह में ना हो कोई असमर्थ।
तू ही मेरी तक़दीर है, तू ही मेरा जहां,
तेरे बिना अधूरा हूँ मैं, जैसे बिना सुर के गान।
बस इतना सा ख्वाब है इस दिल का,
तेरा साथ हो, हर जनम और हर पल का।

