नया सवेरा
नया सवेरा
भोर की किरण संग उम्मीद का सवेरा होगा,
फिर खिलेंगे आशाओं के फूल,
महकेगा आंगन भरेगा सपनों की उड़ान,
गौरेया जैसे चुन चुन दाने ला अपना आशियाना बनाती,
वैसे ही एक एक सीढ़ी पर चढ़ वो अपना लक्ष्य साधेगा,
फिर से नया सवेरा लाएगा नयी खुशियो की बहारें,
उन्मुक्त होगा पिंजरे से हर परिंदा भरेगा फिर अपनी उड़ान,
स्वतंत्र हर बंधन से उन्मुक्त निहारेगा वो आकाश,
मस्ती में मस्त हो अपने सपनों की ओर आगे बढ़ेगा,
बनाएगा अपनी अलग वो पहचान,
सचमुच नया सवेरा उसके जीवन में नया बदलाव लाएगा,
कुछ नया करने की चाहत को बढ़ाएगा,
नयी सोच नयी आशाओं का सवेरा।