नवरात्रों की बहार
नवरात्रों की बहार
मैया रानी तेरा प्यारा दरबार
फूल बरसाये ये सारा संसार
नवरात्रों की आई ये है बहार
सोलह करो मैया तुम श्रृंगार
अखंड मैया तेरी ज्योत जले
शीश झुकाये तेरे चरणों तले
हम बस तेरी ही राह चले
सुख-शांति में हम पले
मैया तेरी गोटे वाली चुनरी
प्यारी लागे हमें श्यामा सुंदरी
लाल जोड़े में लागे माँ सुनहरी
जय- जय माँ अम्बे महागौरी
शेर की करती माँ सवारी
जग-जननी हो माँ हमारी
शिवजी की हो तुम दुलारी
जय माँ भगवती राजे- राजेश्वरी