नवजीवन पाओ
नवजीवन पाओ


अपनी सोच और विचारों में खुलापन बढ़ाओ
संकीर्ण तुच्छ विचारों से खुद को तुम छुड़ाओ
अच्छे विचारों वाले लोगों की संगत में आओ
सबसे घुल मिलकर सबका हित करते जाओ
अपने कर्तव्य प्रति सम्पूर्ण समर्पित हो जाओ
मेहनत करके तुम शिखर सफलता का पाओ
सफल ना होने पर दिल में निराशा मत लाओ
गलती सुधारकर नई उमंग से फिर जुट जाओ
लक्ष्य पाने के लिए मन की शुद्धता अपनाओ
अपने ध्येय प्रति स्वयं को पूरा सजग बनाओ
जो कुछ पाया है उसको स्वीकार करते जाओ
पात्र को खाली नहीं आधा भरा देखते जाओ
अपना व्यवहार एक दूजे प्रति अनुकूल बनाओ
विश्वास करना सीखकर विश्वास जीतते जाओ
अपने मन को तुम अपना घनिष्ठ मित्र बनाओ
हर समस्या का ख़ुद ही समाधान करते जाओ
पूरा भरोसा रखकर ईश्वर की शरण में आओ
सात्विक विचारयुक्त सुखमय नवजीवन पाओ