मैं अन्धकार से मैं के प्रकाश में कब आता हूँ ! मैं अन्धकार से मैं के प्रकाश में कब आता हूँ !
एक जठर अग्निवेश की ये माया सात्विक मैं सात्विक मैं। एक जठर अग्निवेश की ये माया सात्विक मैं सात्विक मैं।
बासी भोजन नहीं करना। डॉक्टर के पास जो नहीं जाना। बासी भोजन नहीं करना। डॉक्टर के पास जो नहीं जाना।
तुम देखते कहाँ हो ? तुम बस भटकते रहते हो ! दिशाहीन तुम देखते कहाँ हो ? तुम बस भटकते रहते हो ! दिशाहीन
प्यार यदि है हेतु सात्विक और मिलन दो आत्मा, प्यारा का साक्षी बनेगा तब सदा परमात्मा। प्यार यदि है हेतु सात्विक और मिलन दो आत्मा, प्यारा का साक्षी बनेगा तब सदा परम...
मेरा ज्ञान बहुत प्रबल हुआ पता चला मैं हतज्ञान बन बैठा। मेरा ज्ञान बहुत प्रबल हुआ पता चला मैं हतज्ञान बन बैठा।