एक जठर अग्निवेश की ये माया सात्विक मैं सात्विक मैं। एक जठर अग्निवेश की ये माया सात्विक मैं सात्विक मैं।
फिर गुलजार होगी फिज़ा ए जिंदगी हर मौसम की तरह यह पतझड़ जरूरी है। फिर गुलजार होगी फिज़ा ए जिंदगी हर मौसम की तरह यह पतझड़ जरूरी है।
ऐ ! हिन्द देश के अमर शहीद, तेरे नाम का दीपक जलता रहे ! जब तक दिन हो शाम ढले सूरज भी ऐ ! हिन्द देश के अमर शहीद, तेरे नाम का दीपक जलता रहे ! जब तक दिन हो शाम ढल...
ये राधा तो थी बस तुम्हारी दर्श दीवानी फिर क्यूं ना आए तुम कभी वापिस लौटकर। ये राधा तो थी बस तुम्हारी दर्श दीवानी फिर क्यूं ना आए तुम कभी वापिस लौटकर।
विष्णु भी आये नारद भी आये संग मे लक्ष्मी मैया हरी दर्शन दिखा दो. विष्णु भी आये नारद भी आये संग मे लक्ष्मी मैया हरी दर्शन दिखा...