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Sugan Godha

Inspirational

4.1  

Sugan Godha

Inspirational

ऐ ! वीर तुझे मैं नमन करूँ

ऐ ! वीर तुझे मैं नमन करूँ

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ऐ ! वीर तुझे मैं नमन करूँ ,

ना कम तु किसी भगवान से ! 

माँ भारती का रहा मान सदा, 

चलते हम भी सीना तान के !


बाँध कफ़न सिर रण में चला,

खाई गोलियां तूने सीने में ! 

तू धूप छाँव में लडता रहा ,

आंधी तूफानो से टकराता रहा !


जो मातृभूमि की रक्षा को,

लहू का हर कतरा बहा चला !

चढ़ ऊँची पर्वत की चोटी ,

तिरंगा गर्व से फहरा चला !


ऐ ! वीर तुझे मैं नमन करूँ 

गिरी बूंद लहू की जहाँ पर,

उस पत्थर को भगवान कहूँ !

मेरे वतन के अमर शहीद,

ऐ वीर तुझे मैं नमन करूँ !


जो लिपट तिरंगे में आया

दर्श को सारा वतन चला ! 

ना रोईं वो बुढ़ी आँखे तब 

उनसे दूध ही छलक पड़ा !


माँ के सपूत तु ऐसे लड़ा, 

था सीने में तेरे बारूद भरा !

दुश्मन तुझसे भयभीत हुआ, 

हारि बाज़ी भी तु जीत गया !


ऐ ! हिन्द देश के अमर शहीद,

तेरे नाम का दीपक जलता रहे !

जब तक दिन हो शाम ढले

सूरज भी तुझे प्रणाम करे ! 


सरहद की आन ऐ ! वीर जवान

सत सत तुझे मैं नमन करूँ

ऐ ! वीर तुझे मैं नमन करूँ।


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