नसीहत...
नसीहत...
लेकर ज्ञान की मशाल जग में उजाला फैला देना ।
रखना दिल में प्रेम, प्रेम की पताका का फहरा देना ।
करना मदद गरीब की पापी को सजा देना ।
मिले कोई भूखा राह में तो पेट भर के खिला देना।
माँ -बाप गुरु बड़े बुजुर्गों को इज्जत सम्मान देना ।
भारत माँ, शहीदों को उनकी शहादत का मान देना ।
गरीब असहाय बच्चों को शिक्षा का दान देना ।
आ पड़े कभी संकट भारत पर तो अपनी जान देना।
तुम्हारी रगों में भी भारत माँ से प्यार होना चाहिए ।
किसी भी कीमत पर भारत विश्व गुरु होना चाहिए।
दिमाग में बुद्धि मन में शांति और ठहराव होना चाहिए ।
तुम्हें भी एक आर्यभट्ट शिवाजी या भरत होना चाहिए।
