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Rajeev Kumar

Inspirational

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Rajeev Kumar

Inspirational

नसीब की दरकार

नसीब की दरकार

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हौसले का पहाड़

उम्मीद का दरिया

और बदला नज़रिया

समझो तो मिले मंजिल

न समझो तो छूटे मंजिल।


इम्तहान की अदावत

अपका जुनून आपकी चाहत

और आपकी नेकनियत

घुलमिल जाए तो मिले मंजिल

घुलमिल न पाए तो छूटे मंजिल।


अपनी मेहनत पे यकीन

लौटा लाएगा अच्छे दिन

सबक ले, न हो गमगीन

दिल पे हो असर तो मिले मंजिल

दिल पे न हो असर तो छूटे मंजिल।


सिर्फ नसीब को ही मत कोसना

अपनी मेहनत को भी तुम कोसना

नसीब की दरकार, मेहनत न कभी पूरी की ना

समझते तो मिलती मंजिल

न समझे तो छूट गई मंजिल।



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