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Rashi Mongia

Inspirational

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Rashi Mongia

Inspirational

नज़रिए का ही तो खेल है

नज़रिए का ही तो खेल है

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ज़िंदगी एक है, पर मायने अलग है सबके,


किसी के लिए इबादत,

तो किसी के लिए मोहबत,

किसी के लिए शोहरत,

तो किसी के लिए दौलत,


नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत है।


किसी के लिए महफिल,

तो किसी के लिए तन्हाई,

किसी के लिए दोस्ती ,

तो किसी के लिए दुश्मनी,


नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत है।


किसी के लिए इकरार,

तो किसी के लिए इंकार,

किसी के लिए दुआ,

तो किसी के लिए बदुआ,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत है।


किसी के लिए फर्ज़ ,

तो किसी के लिए कर्ज,

किसी के लिए सज़ा,

तो किसी के लिए मज़ा,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत है।


किसी के लिए बदलाव,

तो किसी के लिए ठेराव,

किसी के लिए रंगमंच,

तो किसी के लिए खेल का मैदान,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत है।


किसी के लिए सपने,

तो किसी के लिए अपने,

किसी के लिए ज़रूरत,

तो किसी के लिए आदत,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना दुनिया बहुत खूबसूरत है।


कोई खुशियों में भी खुश नहीं रहता,

तो कोई दुखों में भी खुशियों ढूंढ़ लेता है,

किसी को रहने के लिए महल भी छोटा लगता है,

तो कोई दिलों में ही जगह बना लेता है,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना दुनिया बहुत खूबसूरत है।


किसी के लिए रिश्ते बंधन है,

तो किसी के लिए सौगात है,

किसी के लिए सास ससुर भी मा बाप है,

तो किसी के लिए मा बाप भी बोझ है,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना दुनिया बहुत खूबसूरत है।


किसी को आज़ादी प्यारी है,

तो किसी को गुलामी,

किसी के लिए तरक्की का मतलब पैसा है,

तो किसी के लिए ओहदा,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना दुनिया बहुत खूबसूरत है।


किसी के खर्चे कम नहीं, 

तो किसी की बचत ही उतनी नहीं,

कोई कार ले के भी खुश नहीं,

तो कोई एक साईकिल में ही खुश है,


बस नज़रिए का ही तो खेल,

वरना दुनिया बहुत खूबसूरत है।


किसी के लिए कपड़ों की भरी अलमारी भी कम है,

तो किसी के लिए चार जोड़े कपड़े ही बहुत है,

किसी के लिए एक दोस्त ही बहुत है,

तो कोई हजारों दोस्तों के बीच भी अकेला है,


बस नज़रिए का ही तो खेल है,

वरना दुनिया बहुत खूबसूरत है।


कोई पूरा हो के भी अधूरा सा है,

तो कोई अधूरा हो के भी पूरा है,

बस नजरिया बदलने की देर है,

बस नज़रें उठाकर देखने की देर है,


देखो तो सब कुछ दिखेगा खास,

वरना बस जीने का क्या फ़ायदा,

गुज़र तो पल भी जाएंगे,

पर यूहीं गुजारने का क्या फायदा,

ज़िंदगी एक बार मिली है,

बस जी लेना ही काफी नहीं,

नजरिया बदल के तो देखो,

एक ज़िंदगी हजरों ज़िन्दगी की खुशियां दे जायेंगी!!!!





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