नजर अंदाज
नजर अंदाज
नजर अंदाज तो उनको करोगे,
जो नज़रों के सामने है
जो दिल में समाए हैं, उनका क्या कीजिए।
मुहब्बत की थी तो खुदा से मशवरा नहीं किया
अब दर्द ए जिगर पर यूं दुहाई ना दीजिए
वो जो जान है मेरी जाने को हैं उठ कर,
कफन का ही अब तोइंतजाम कीजिए
मेरा लफ्ज़ लफ्ज़ बस आप ही से राब्ता है
दाद गर नहीं तो ज़रा मुस्कुरा ही दीजिए
लौट कर कभी नहीं आते जाने वाले,
जीते जी, हर किसी को तवज्जो दीजिए।
चाहतें दिल की दिल ही में ले कर चले जाएंगे,
बाद जाने के ना हमको तलाश कीजिए।
कौन कहता है नेकी का सिला नहीं मिलता
इज्जत दीजिए, इज्जत लीजिए।

