STORYMIRROR

Ritesh Maurya

Inspirational

3  

Ritesh Maurya

Inspirational

नगरी भोलेनाथ की

नगरी भोलेनाथ की

1 min
202

भागीरथी किनारे बसा बनारस,

है यह नगरी भोलेनाथ की ,

जिसके कण–कण में बसते भोला ,

है नगरी आस्था, विश्वास की ,

धर्म, मोक्ष की नगरी यह,

है सुंदर स्वर्ग समान,

हर प्रातः देते दर्शन यहां स्वयं शंभूनाथ,

जिस नगरी में वरुणा, असि दो बहने,

चरण पखारती शंभूनाथ की,

है यह नगरी बाबा विश्वनाथ की,

जहां हर प्रातः गूंजे मंदिर के घंटो की ध्वनि,

संध्या चमके आरती की रश्मि ,

है यह नगरी भोले नाथ की ,

है यह नगरी बाबा शंभूनाथ की ।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational