नायक
नायक
1 min
299
नायक वही मेरे लिए, जो जूझ सके ज़िंदगी से
हारे न जो, हार को जीत में बदल दे जो
जिसके मन में हो ज़िंदगी के प्रति श्रद्धा भाव
आंसू बहा सके और पोंछ भी सके जो
हो जिसमें धीरज और धैर्य, हताश न हो ज़िंदगी से
वही नायक जो हो वाकिफ़ ज़िंदगी की पीर से
कर पाए जो मुस्कुरा कर आह्वान हर चुनौती का
नायक वही जो कम नहीं किसी शूर वीर से
जो देना जाने, मांगे न बदले में कुछ भी ज़िंदगी से
नायक वही जो रिश्तों की कद्र करे
पहचाने उनकी गरिमा
नायक बेमिसाल वही जो सब्र करे
निभाए अपने कर्तव्य,अपेक्षा न रखे ज़िंदगी से।