नारी मत इंतजार करो
नारी मत इंतजार करो
नारी मत इंतजार करो
उठा खड्ग प्रहार करो
ज्वाला बनकर आ जाओ
निर्भीक तुम बन जाओ
अन्याय का तुम प्रतिकार करो
खड्ग उठा प्रहार करो
काली का अवतार धरो
दुष्टों का अब संहार करो
रणचंडी बनकर टूट पड़ो
नारी मत इंतजार करो
तुम अब दुर्गा भी बनो
जो प्यार करे वो माँ बनो
गौरव का तुम भान करो
अपना तुम सम्मान करो
ना कोई अत्याचार सहो
उठा खड्ग प्रहार करो
हाँ हाँ तुम प्रहार करो
