Madhu Pradhan
Inspirational
नारी शक्ति ही
नारी का रूप।
जहां वह सौम्य
सहज सुंदर है
वहीं उसका
रौद्र रूप भी है।
मां
करोना समय में...
होली
बचपन से पचपन ...
चंद्रमा एक, व...
सूर्य पुत्र,स...
नारी का रूप ...
नारी का रूप २...
चलो चलें सूरज...
हजार असफलताओं का अर्थ है एक शानदार सफलता हजार असफलताओं का अर्थ है एक शानदार सफलता
तू ही है पद्मिनी, तू ही है यामिनी। तू ही है मधुशाला, तू ही है मधुमाला। तू ही है पद्मिनी, तू ही है यामिनी। तू ही है मधुशाला, तू ही है मधुमाला।
हे दाता हमको बल दो लोगों से नहीं रोगों से लड़ने के लिए हे दाता हमको बल दो लोगों से नहीं रोगों से लड़ने के लिए
तेरा नाम जपूं जब तक हूं दूं जीवन को नव आकार। तेरा नाम जपूं जब तक हूं दूं जीवन को नव आकार।
शेर पीछा करे तो भाग सकते हैं, घमंड दहाड़े तो क्या किया जाए... शेर पीछा करे तो भाग सकते हैं, घमंड दहाड़े तो क्या किया जाए...
बहने दो पसीना, लगने दो ऐड़ी चोटी का जोर थको नहीं, चले चलो। बहने दो पसीना, लगने दो ऐड़ी चोटी का जोर थको नहीं, चले चलो।
अपने अस्तित्व को अपने जीवन में ख़ुद संभालो। अपने अस्तित्व को अपने जीवन में ख़ुद संभालो।
नारी जन्म अनमोल रे, धूल में मत रोल रे । नारी जन्म अनमोल रे, धूल में मत रोल रे ।
वहीं जीवन में भी प्रेम और नफरत बना रहता है।। वहीं जीवन में भी प्रेम और नफरत बना रहता है।।
यही आस, यही उम्मीद जीने की दावत देती है। यही आस, यही उम्मीद जीने की दावत देती है।
सुधर जाओ । कयामत आने वाली है युग परिवर्तन होने वाला है। सुधर जाओ । कयामत आने वाली है युग परिवर्तन होने वाला है।
उसमें ताकत होती है, सबको साथ लेकर चलने की, उसमें ताकत होती है, सबको साथ लेकर चलने की,
बड़े जतन और तन्मयता से अपने घरौंदे को उससे जुड़े तमाम रिश्ते को। बड़े जतन और तन्मयता से अपने घरौंदे को उससे जुड़े तमाम रिश्ते को।
वक्त फाग की रीत निभावण का, फाग प्यार का रंग लगावण का।। वक्त फाग की रीत निभावण का, फाग प्यार का रंग लगावण का।।
मैं जो कल नासमझ था बेफिक्र अक्स आज नहीं मैं जो कल नासमझ था बेफिक्र अक्स आज नहीं
अपनी लीलाओं से सबके नाक में दम कर दे.. वो मुरली मनोहर है, अपनी लीलाओं से सबके नाक में दम कर दे.. वो मुरली मनोहर है,
तन के भूगोल से परे एक नारी के मन की खोलकर गाँठे तन के भूगोल से परे एक नारी के मन की खोलकर गाँठे
मैं प्रगतिवाद की एक स्त्री, प्रगल्भ, प्रज्वलान्त। मैं प्रगतिवाद की एक स्त्री, प्रगल्भ, प्रज्वलान्त।
तुम फल की इच्छा मत करो कर्म करो, फल तो मिलेगा ही तुम फल की इच्छा मत करो कर्म करो, फल तो मिलेगा ही
कब तक डरते रहोगे कब तक मरते रहोगे। कब तक डरते रहोगे कब तक मरते रहोगे।