मोहब्बत बस तू है
मोहब्बत बस तू है
तेरी आँखों में खुद की मोहब्बत का असर
तेरी बातों में खुद की मोहब्बत का ज़िक्र !
दिल मेरे बस तेरे ख़यालों में खोया
ना ही इसे किसी और की है फ़िक्र !
है ज़िन्दगी मेरी जहाँ भी तू है
मेरे दिल का फ़ितूर अरमां भी तू है !
ना मिलती तसल्ली मुझे किसी और से
दर्द दे कर हर तकलीफ़ की दवा भी तू है।
बस मोहब्बत है तुझसे ना होगी किसी और से
ये दुनिया जहाँ मेरी ज़न्नत भी तू है।

