मंज़िल
मंज़िल
मंज़िल तुम्हारी आसमान है
रास्ता तुम्हें ही बनाना है
पर .....
ध्यान रखना इस बात का
पैर हमेशा ज़मीन पर रहें
क्योंकि
लौट इक दिन जमीं पर आना है।
कर्म हमेशा स्वच्छ हो
रास्ते हमेशा सशक्त करो
न किसी का हक छीनो
अपने के लिए संघर्ष करो
मंज़िल उन्ही को मिलती है
इरादे जिनके पक्के हों ।
विश्वास अपनी मेहनत पर
विश्वास अपने श्रम पर
भाग्य भी बदल जाएगा
लग्न से बस काम कर
मंज़िल कदम चूमेगी
स्वयं पर विश्वास कर।
