STORYMIRROR

Neerja Sharma

Inspirational

3  

Neerja Sharma

Inspirational

मंज़िल

मंज़िल

1 min
250

मंज़िल तुम्हारी आसमान है 

रास्ता तुम्हें ही बनाना है

पर .....

ध्यान रखना इस बात का

पैर हमेशा ज़मीन पर रहें

क्योंकि 

लौट इक दिन जमीं पर आना है।


कर्म हमेशा स्वच्छ हो

रास्ते हमेशा सशक्त करो

न किसी का हक छीनो

अपने के लिए संघर्ष करो

मंज़िल उन्ही को मिलती है

इरादे जिनके पक्के हों ।


विश्वास अपनी मेहनत पर

विश्वास अपने श्रम पर

भाग्य भी बदल जाएगा

लग्न से बस काम कर

मंज़िल कदम चूमेगी

स्वयं पर विश्वास कर।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational