मन
मन
महान व्यक्ति से लेकर
सामान्य मनुष्य तक,
शांति से जीने की ,
जीवन में कुछ सिखाने की,
प्रथम सोपान है मन।।
मन लगाकर पढ़ेंगे तो,
बनेंगे ज्ञाता, नहीं तो श्रोता,
मन लगाकर जीवन जीएंगे
तो पाएंगे खुशियां,
मन से मनुष्य फ़रिश्ता
बनेगा,
धन से राक्षस ,
मन लगाकर काम करेंगे तो ,
पूर्ण रूप से सफल होंगे।।
मन कुछ लोगों को
दुख देने से, कुछ लोगों को
सुख देती हैं, पर
वो मन की ग़लती नहीं,
व्यक्ति की सोच का असर हैं।।
