मन विरुद्ध
मन विरुद्ध
मन का मंथन करके देखो
भावनाओं पर पूर्ण संयम रखो ,
छोटी बातों पर ना हो शीघ्र क्रूद्ध
मन होगा तभी निर्मल और शुद्ध !
आत्मा क़ो बिंधो प्रेम के बंधन में
जीवन में सफलता पाने के ये हैँ मंत्र,
ना जाने दो मन क़ो सत्य के विरुद्ध
फिर कभी तुम्हारा पथ ना होगा अवरुद्ध !