मन का वातावरण
मन का वातावरण
ऐसा अक्सर होता नहीं
जैसा हमारा मन सोचता है,
मन का वातावरण बदल दो
तो सब कुछ बदल सकता है l
मन बड़ा चंचल होता है
हर वक़्त सोचता रहता है,
मन का लालच त्याग दो
सब दुरुस्त हो सकता है l
मन खुद में व्यस्त रहता है
वक़्त क़ी क़ीमत नहीं जानता,
लेकिन वक़्त निकल जाने पर
मन को पछताना पड़ता है l
मन बिचलित सा रहता है
इसे स्थिर करना मुश्किल है,
मन का वातावरण बदल दो
तो सब कुछ बदल सकता है l
