मेरी मिट्टी
मेरी मिट्टी


अनेक रंग हैं इस मिट्टी के,
अनेक लहू मिली है इस मिट्टी में,
अनेकों वेशभूषा पहनी हुई है ये मिट्टी,
अनेक भाषाएँ बोलती है ये मिट्टी,
अनेकों नदियों का संगम है इस मिट्टी में,
एक अनूठा सा इतिहास समेटे हुई है ये मिट्टी,
हाँ, गाँधी, कलाम, भगत, बिशमिल, तिलक की है ये मिट्टी
अमीर -गरीब, जात -पात से ऊपर है ये मिट्टी,
सबको एक सा अधिकार देती है ये मिट्टी,
हर धर्म की सुगंध है इस मिट्टी में,
सबको एक सा स्नेह, एक सा प्यार देती है,
एक ही वोट का अधिकार देती है ये मिट्टी,
गौरव, सम्मान, सुंदरता सब है इस मिट्टी में
हाँ, ये मेरी मिट्टी, भारत की मिट्टी है।