ज़िंदगी गुलजार है
ज़िंदगी गुलजार है
इन दिनों चारों तरफ छाये हुई मंजर को
देखकर ऐसा लगता है,
मानो जिंदगी किसी भी वक्त साथ छोड़ जाए,
लेकिन उम्मीद और जिंदगी अभी खत्म नहीं
हुई है,
बस फर्क यह है कि अब मेरी जिंदगी में,
ख़ुदा से शिकवे कम हो गए हैं,
मैंने उन चीजों पर राजी होना सीख लिया है,
जो मेरे ख़ुदा मुझे अदा करते हैं,
और उन चीजों की तलाश करना छोड़ दी है
जो ला हासिल है
मैंने जिंदगी को देखने का नज़रिया बदल
लिया है,
मेरी नज़दीकियां मेरे ख़ुदा और मेरे अपनों से
काफी बढ़ गई है,
शायद हां इसलिए मेरी जिंदगी अब पहले से
अधिक गुलजार है....
जिंदगी गुलजार है, जिंदगी गुलजार है.