मेरी मां
मेरी मां
दुनिया की हर एक गम को
जो छुपा ले अपने अन्दर
मेरी मां, तुम ही हो वह समंदर ।
हर दर्द को दिल में दबाकर
जो देती है एक अरमान
मेरी मां, तुम्हारी वह मुस्कान ।
हर मुश्किल को आसान बनाने का
जो होता है एक विश्वास
मेरी मां, तुम ही हो वह एहसास ।
हार हो या जीत हो मेरी
जो हौसला रखे कायम
मेरी मां, तुम ही हो वह आसमान ।
बिन मांगे ईश्वर ने दिया
हुए जो मेहरबान
मेरी मां, तुम ही हो वह वरदान ।