Minati Rath

Inspirational

4.7  

Minati Rath

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मेरी मां

मेरी मां

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दुनिया की हर एक गम को

जो छुपा ले अपने अन्दर

मेरी मां, तुम ही हो वह समंदर ।


हर दर्द को दिल में दबाकर

जो देती है एक अरमान

मेरी मां, तुम्हारी वह मुस्कान ।


हर मुश्किल को आसान बनाने का

जो होता है एक विश्वास

मेरी मां, तुम ही हो वह एहसास ।


हार हो या जीत हो मेरी

जो हौसला रखे कायम

मेरी मां, तुम ही हो वह आसमान ।


बिन मांगे ईश्वर ने दिया

हुए जो मेहरबान

मेरी मां, तुम ही हो वह वरदान ।



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