मेरी कहानी
मेरी कहानी
मैं अपनी कहानी लिख रही हूँ
उसमे मस्ती भी है
दुख भी
शांति भी है
जुनून भी..
जिंदगी का ग़लत फ़ैसला भी है
जीत के निशान भी...
मैं अपनी कहानी लिख रही हूँ
आज की...
आने वाले कल की
हर रोज़...
हर रोज़ एक पन्ना लिखती
जा रही हूँ...
कभी आंसू
कभी खुशी
कभी दर्द
कभी हँसी..
सोचती हूँ
लिखूँ और लिखती जाऊँ
नायाब मोतियों सा
रंगीन रंग भर्ती जाऊँ ...
मेरी कहानी
मेरी आवाज़
मेरे ज़ज्बात
मेरे सारे विश्वास...
पन्ना पलटू..
तो एसे आगे बढ़ू
मुझे मेरी खुद की कहानी
सुनने सुनाने में
फ़क्र का एहसास हो...
और यही होगी.....
सोनिया की कहानी....
मेरी लिखी
मोहब्बत आरजू...
ज़ज्बात इलाज़ामात
शराफत और शैतानी...
मेरी अपनी ज़िंदगी के
पन्नों की जुबानी....